प्रवर्तन के अधिकारियों व कर्मचारियों के सम्पत्ति की होगी जांच

प्रवर्तन के अधिकारियों व कर्मचारियों के सम्पत्ति की होगी जांच


गिट्टी, मोरंग, बोल्डर सहित अन्य सामानों को लेकर ओवरलोडिंग ट्रकों को पास कराने के बदले सरकार को राजस्व की क्षति पहुंचाने वाले प्रवर्तन दल के अधिकारियों, सिपाहियों एवं बाबूओं के सम्पत्ति की जांच होगी। एसटीएफ ने प्रवर्तन में मौजूदा अफसर, बाबू और सिपाहियों के सम्पत्ति की जांच कराने की सिफारिश शासन से की है। एसटीएफ का मानना है कि प्रवर्तन में तैनात रहे अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अकूत सम्पत्ति बना रखी है।


एसटीएफ ने ओवरलोडिंग के खेल का जबसे खुलासा किया है उसके बाद से इन अफसरों के एक के बाद एक कारनामे सामने आ रहे हैं। गैंग के पास से जो डारियां मिलीं तथा पूछताछ में अब तक जो जानकारियां सामने आई थीं उसमें अफसरों से लेकर कर्मचारियों की सम्पत्ति की जानकारी भी थीं। सूत्रों के मुताबिक इन अफसरों की सम्पत्ति का ब्योरा भी गोपनीय तरीके से अलग से जुटाया जा रहा है। इसी ब्योरा में कुछ अहम जानकारियां भी सामने आई हैं। प्रवर्तन से जुड़े अधिकारी, कर्मचारी और सिपाही को ओवरलोड गाड़ी पास कराने के बदले बड़ी रकम मिलती थी।


इस रकम का नीचे से ऊपर तक के अधिकारियों में हिस्सा लगता था। प्रवर्तन दल से जुड़े अधिकारी एवं कर्मचारी इस काली कमाई से अकूत सम्पत्ति बना रखे हैं। इनकी सम्पत्ति की जांच के लिए एसटीएफ ने पत्र लिख कर शासन से सिफारिश की है। सूत्रों की माने तो इस जांच में दायरे में पूर्व में प्रवर्तन दल के अधिकारी और कर्मचारी भी आएंगे। क्योंकि ओवरलोडिंग को लेकर परिवहन घोटाला पिछले 15 सालों से चल रहा है। इससे पूर्व तैनात रहे अधिकारी और कर्मचारियों के भी इससे जुड़े होने की आशंका है।